जेलेंस्की के शांति फॉर्मूले पर रूस का पलटवार, रख दी ये शर्त
यूक्रेन ने इस साल नवंबर में इंडोनेशिया के बाली में हुए जी-20 समिट में इस 10 सूत्रीय शांति फॉर्मूले को पेश किया था. इसमें यूक्रेन के सभी इलाकों की रूसी नियंत्रण से आजादी, रूसी फौजों की यूक्रेन से पूर्ण वापसी, सभी कैदियों की रिहाई, आक्रमणकारियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए ट्रिब्यूनल का गठन और यूक्रेन के लिए सुरक्षा की गारंटी जैसी 10 मांगें की गई हैं.
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पुतिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव
aajtak.in
- नई दिल्ली,
- 29 दिसंबर 2022,
- (अपडेटेड 29 दिसंबर 2022, 12:03 AM IST)
यूक्रेन में महीनों से जारी युद्ध के बीच राष्ट्रपति जेलेंस्की ने जिस 10 सूत्रीय शांति फॉर्मूले का प्रस्ताव रखा था. अब उसी शांति योजना को लेकर रूस ने उस पर निशाना साधा है. रूस का कहना है कि यूक्रेन में इस युद्ध को खत्म करने के लिए रूस में शामिल यूक्रेन के चार इलाकों को मान्यता देने पर विचार करना चाहिए.
राष्ट्रपति पुतिन के प्रवक्ता दमित्री पेस्कोव ने कहा कि रूस में यूक्रेन के चार इलाकों के शामिल होने की वास्तविकता को स्वीकार किए बिना कोई शांति योजना नहीं हो सकती. जिन योजनाओं में इन वास्तविकताओं को शामिल नहीं किया गया है, वह शांतिपूर्ण नहीं हो सकती.
बता दें कि रूस ने सितंबर में यूक्रेन के चार इलाकों दोनेत्सक लुहांस्क, खेरसॉन और जेपोरीजिया को रूस में शामिल करने का ऐलान किया था. इन चार इलाकों में रूस के जनमत संग्रह के बाद यह फैसला लिया गया था.
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मालूम हो कि यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की शांति स्थापित करने के लिए 10 सूत्रीय शांति फॉर्मूले का प्रचार कर रहे हैं. उन्होंने G-20 की बैठक में इस शांति योजना का खाका पेश किया था. वह अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से भी इस पर बात कर चुके हैं.
क्या है जेलेंस्की का शांति फॉर्मूला?
यूक्रेन ने इस साल नवंबर में इंडोनेशिया के बाली में हुए जी-20 समिट में इस 10 सूत्रीय शांति फॉर्मूले को पेश किया था. इसमें यूक्रेन के सभी इलाकों की रूसी नियंत्रण से आजादी, रूसी फौजों की यूक्रेन से पूर्ण वापसी, सभी कैदियों की रिहाई, आक्रमणकारियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए ट्रिब्यूनल का गठन और यूक्रेन के लिए सुरक्षा की गारंटी जैसी 10 मांगें की गई हैं.